अगर आप कम खेती में भी मोटी कमाई करना चाहते हैं, तो बस आपको अपनाना होगा ‘मल्टीलेयर फार्मिंग’ यानी बहुस्तरीय खेती का आसान और स्मार्ट तरीका। जहां आप एक ही समय पर सीमित संसाधनों के माध्यम से अलग-अलग पेड़-पौधे लगाकर अधिक उत्पादन और आय कमा सकते हैं। आइये जानते हैं क्या है मल्टीलेयर फार्मिंग और किसानों के लिए यह कैसे होगी फायदेमंद!
क्या है मल्टीलेयर फार्मिंग?
मल्टीलेयर फार्मिंग, कृषि उत्पादन और मुनाफा बढ़ाने वाली कुशल और सटीक तकनीक है, जिसके जरिए किसान एक ही जगह पर कई प्रकार की फसलें उगा सकते हैं। जिनके पास खेती के लिए कम जमीन हैं, उन किसानों के लिए खास कर यह तकनीक काफी फायदेमंद है। देश में ज्यादातर किसान इस तकनीक की मदद से एक ही जगह 3 से ज्यादा प्रकार की फसलें उगाकर मुनाफा कमा रहे हैं। कृषि उत्पादों की बढ़ती मांग और कृषि योग्य भूमि की कमी को देखते हुए दिन-ब-दिन मल्टीलेयर फार्मिंग का महत्व बढ़ता जा रहा है।
मल्टीलेयर फार्मिंग की प्रक्रिया –
1. इस प्रकार की खेती में बहुपरत बीज बोने की तकनीक शामिल है, जिसमें सब्जियों और फलों को उनकी अनुकूल परिस्थितियों के अनुसार जमीन के अंदर, जमीन के कम ऊपर या और अधिक ऊंचे क्षेत्र पर बोया जाता है।
2. मल्टीलेयर खेती में फसलों का सही चयन बहुत महत्वपूर्ण है, इसलिए कृषि एक्सपर्ट्स का सुझाव जरुरी हैं। अगर पहली परत में बड़े पौधे लगा दिए जाए, तो बाकी परतें बेकार हो जाएंगी, इसलिए पहली परत में हल्दी और अदरक जैसे छोटे पौधों की बुआई कर सकते हैं।
3. दूसरी परत में भी कम गहराई एवं कम ऊंचाई वाली फसल का चयन किया जा सकता हैं। वहीं तीसरी परत में बड़े पेड़, पपीता या कोई अन्य फलदार पौधे लगाए जा सकते है और चौथी परत में कोई भी बेल वाली फसल लगा सकते हैं।
मल्टीलेयर फार्मिंग के फायदे –
1. मल्टीलेयर फार्मिंग किसानों को अपनी उपज बढ़ाने का मौका देती है, इससे उन्हें अपनी खेती से अधिक पैसा कमाने और रोजगार उपलब्ध कराने में मदद मिलती है।
2. यह तकनीक कीटों और बीमारियों से फसलों की रक्षा करती है। खेतों में खाद की मात्रा घटाकर मिट्टी की उर्वरता में सुधार लाती है और मिट्टी के घटाव को रोककर नमी बनाए रखती है।
3. मल्टीलेयर फार्मिंग तकनीक से खेती करने पर 70% तक पानी की बचत होती है। साथ ही, कुल कृषि उत्पादन भी पारंपरिक तरीकों की तुलना में 30% तक बढ़ जाता है।
एग्रीबाज़ार, अपनी विभिन्न एग्रीटेक सुविधाओं, फसल डॉक्टर, सटीक कृषि सुझावों के जरिए लगातार कृषि पैदावार और आय दोगुनी करने में किसानों की मदद कर रहा है। साथ ही, मल्टीलेयर फार्मिंग की तकनीक को बढ़ावा देते हुए किसानों को उचित समय पर सही बीजों का चुनाव करने, कब-किन फसलों की बुआई या कटाई करनी चाहिए इसकी सलाह देता है। वहीं समय रहते फसलों को कीट-रोगों से बचाने में मदद करता है।