कृषि में खरपतवार का नियंत्रण: नुकसान और लाभ

मॉनसून के बाद कृषि में खरपतवार (Weeds) का नियंत्रण किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण कार्य बन जाता है। खरपतवार वे अनचाहे पौधे हैं जो मुख्य फसल के साथ उगते हैं और उनकी वृद्धि में बाधा डालते हैं। इसका सही प्रबंधन न करने पर ये पौधे न केवल उत्पादन को प्रभावित करते हैं, बल्कि मिट्टी की उर्वरता और संसाधनों पर भी दबाव डालते हैं। दरअसल, खरपतवारों को कई आधारों पर विभाजित किया जा सकता है, लेकिन वार्षिक, द्विवार्षिक और बहुवर्षीय खरपतवार यह तीन मुख्य श्रेणीयाँ है।

पहली श्रेणी में यह खरपतवार एक ही मौसम में अपना जीवन चक्र पूरा करते हैं। वहीं दूसरी श्रेणी के खरपतवारों को जीवन चक्र पूरा करने में करीब दो साल लगते हैं। पहले वर्ष वे केवल पत्तियां बनाते हैं और दूसरे वर्ष बीज, फूल का विकास होता है। जबकि तीसरे श्रेणी में खरपतवार साल-दर-साल अपने अस्तित्व को बनाए रखते हैं और काफी समय तक खेत में रहते हैं। रिसर्चनेस्टरडॉटकॉम के अनुसार साल 2023 में खरपतवार नियंत्रण का मार्केट साइज 31 बिलियन अमरीकी डॉलर से ज़्यादा था। जो साल 2024 से 6% CAGR से बढ़कर साल 2036 तक 66.1 बिलियन अमरीकी डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। 

खरपतवार के नुकसान और लाभ

1. खरपतवार मिट्टी से पोषक तत्व, पानी और धूप को अवशोषित करते हैं, जो मुख्य फसल को प्राप्त होने चाहिए। इसका सीधा असर फसल की उपज पर होता है।
2. कई खरपतवार कीट और रोगों का मूल स्थान होते हैं, जिससे मुख्य फसल पर हमले का खतरा बढ़ जाता है। 
3. खेतों में खरपतवार बढ़ने से उनके नियंत्रण के लिए अधिक श्रम और समय की आवश्यकता होती है, जिससे किसान की लागत बढ़ जाती है।
4. हालांकि खरपतवार अक्सर हानिकारक होते हैं, लेकिन कुछ स्थितियों में ये लाभकारी भी हो सकते हैं। कुछ खरपतवार मिट्टी को ढ़ककर उसमें नमी बनाए रखते हैं और उसके बहाव को रोकते हैं, जिससे मिट्टी की संरचना बनी रहती है।
5. कई खरपतवार जब सड़ते हैं तो मिट्टी में जैविक पदार्थ जोड़ते हैं, जो उर्वरता को बढ़ाने में मदद करता है।6. कुछ खरपतवारों के फूल परागण कीटों को आकर्षित करते हैं, जिससे फसल की परागण में सहायता मिल सकती है।

एग्रीबाज़ार का डिजिटल प्लेटफार्म किसानों को आवश्यक जानकारी और संसाधन प्रदान कर इस प्रक्रिया को सरल और कुशल बनाता हैं। डाटा आधारित आंकड़े देकर उचित समय पर सही फैसला लेने में मदद करता है। मौसम जानकारी, मिट्टी गुणवत्ता आंकड़ों, और विशेषज्ञों की सलाह से किसान अपने खेत में खरपतवार नियंत्रण के लिए सही तकनीक और उत्पाद का चयन कर सकते हैं। साथ ही एग्रीबाज़ार की ई-मार्केटप्लेस के जरिए उर्वरक, कीटनाशक और खरपतवार नियंत्रण के उत्पाद खरीद सकता हैं, जो न केवल समय की बचत करता है बल्कि उचित दर पर उपलब्ध होते हैं।

More Articles for You

How is the digital agriculture marketplace in India enabling real-time price discovery & direct farmer-buyer linkages?

In recent years, the concept of a digital agriculture marketplace in India has gained considerable momentum, offering farmers and buyers …

मृदा नमी नवाचार: मिट्टी की उर्वरता बढ़ाएं, खेतों में हरियाली लाएं!

भारत की कृषि अर्थव्यवस्था किसानों के दृढ़ संकल्प और मिट्टी की उर्वरता पर आधारित है। हमारे किसान निरंतर अपनी सूझबूझ …

Agritech India: Robotics, vertical farming & controlled environment agriculture!

India’s agriculture sector is on the brink of a major transformation, powered by technology, innovation, and data. The rise of …

WhatsApp Connect With Us