वर्तमान में, किसान अपनी कृषि उपज को वास्तविक बाजार में नीलाम करते हैं जिन्हें मार्केट यार्ड या मंडियों के रूप में भी जानते हैं, जो कृषि उपज विपणन समिति (एपीएमसी) अधिनियम के अंतर्गत प्रत्येक राज्य द्वारा विनियमित किए जाते हैं। कृषि मंडी में बिक्री प्रक्रिया को कमीशन एजेंटों (सीए) के माध्यम से विनियमित किया जाता है जो किसानों और व्यापारियों के बीच मध्यस्थता करते हैं। किसानों का शोषण ज्यादातर इन कमीशन एजेंटों द्वारा किया जाता है जिससे उनकी उपज को कम कीमत मिलती है, साथ ही व्यापारिक प्रक्रिया में पारदर्शिता का अभाव, व्यापारियों के बीच मिलीभगत, मूल्य की गुटबंदी (कार्टेलिजेशन), भुगतान में देरी आदि होती है। किसान उत्पादन व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अधिनियम, 2020 को पारित करने के बाद किसानों को अपने उत्पाद अब कृषि मंडी के बाहर और साथ ही भारत के विभिन्न राज्यों में बेचने की अनुमति है, क्योंकि इससे पहले इसकी अनुमति नहीं थी।
समय पर ऑनलाइन भुगतान के साथ-साथ उत्पादन की गुणवत्ता के आधार पर पारदर्शी नीलामी प्रक्रिया के माध्यम से मूल्य खोज में बेहतर पारदर्शिता को बढ़ावा देने के लिए सरकार की पहल के साथ ही सरकार ने दूसरी तरफ ई-मंडियों की शुरुआत की और इसने कई निजी ई-मंडियों के गठन को जन्म दिया। ई-नाम वेबसाइट के अनुसार वर्तमान में 1,000 बाजार हैं जो 18 राज्यों और 3 केंद्रशासित प्रदेशों से ई-नाम नेटवर्क से जुड़े हैं। ई-मंडियां अखिल भारतीय इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग पोर्टल प्रदान करती हैं जो इसे मौजूदा मंडियों के साथ जोड़ती हैं और कृषि वस्तुओं के लिए एकीकृत राष्ट्रीय बाजार का निर्माण करती हैं। ई-मंडी क्षेत्र में प्रमुख खिलाड़ियों में से एक एग्रीबाजार है। ई-मंडियों की स्थापना के बाद से किसान अब इसका लाभ उठा सकते हैं क्योंकि इसमें तत्काल व्यापार निपटान, शून्य के लगभग कृषि मंडी खर्चें, व्यापार निपटान के कुछ घंटों के भीतर भुगतान और खरीदारों के साथ मूल्य पर सीधे पारस्परिक बातचीत जैसी सुविधाएं शामिल हैं, जबकि मिलों को भी लाभ हुआ है क्योंकि इसमें स्टॉक खरीद और दिखाए गए स्टॉक (कच्चा-पक्का और वास्तविक स्टॉक का मिलान), सीधे खरीदार के साथ बोली लगाने और गोदाम में माल के भंडारण के लिए शून्य भाड़ा देने पर पूरी पारदर्शिता है।
ई-मंडियों के शुभारंभ ने किसानों को सशक्त बनाया है और एक ऐसे पारिस्थितिकी तंत्र का निर्माण करने में मदद की है जो उन्हें अपनी उपज बेचने की स्वतंत्रता प्रदान करता है, कई व्यापारिक विकल्प देता है, पारिश्रमिक लाभ प्रदान करता है और एक प्रभावी बाधा मुक्त कृषि बाजार देता है। अधिकांश किसान बिक्री की मौजूदा प्रणाली से नाखुश हैं, और ई-मंडियां पारंपरिक कृषि मंडी प्रणाली से जुड़ी मौजूदा अनियमितताओं को खत्म करने का सही हल लगता है।
यहां एग्रीबाजार से जुड़ी नई ई-मंडियों की सूची दी गई हैः
कोटा | रामगंजमंडी | एसोसिएटेड आयरन एंड स्टील इंडस्ट्रीज लिमिटेड | उंडवा रोड अपोजिट रेलवे स्टेशन रामगंजमंडी डिस्ट्रीक्ट कोटा (राजस्थान ) भारत |
कोटा | बूंदी | मोरपवाला रेलकों प्राइवेट लिमिटेड चैम्बर नंबर सी | चैम्बर नंबर सी, एन एच 12 बाईपास, गांव अकतासा, डिस्ट्रिक्ट बूंदी (राजस्थान) भारत |
कोटा | बारन | सन प्राइम एग्री सोल्युशन प्राइवेट लिमिटेड | खसरा नंबर. 44 एवं 46, गांव- हरिपुरा, तहसील एंड डिस्ट्रिक्ट- बारन राजस्थान 325205 |
कोटा | दहरा | स्टारएग्री वेयरहाउसिंग एंड कोलैटरल मैनेजमेंट लिमिटेड | खसरा नंबर. 359 एवं 360, गांव- दहरा, तहसील- लाडपुरा, कोटा, राजस्थान |
कोटा | बूंदी | बूंदी एग्रीमार्केटिंग यार्ड प्राइवेट लिमिटेड | खसरा नंबर.165, गांव- रामगंज कोटा बूंदी रोड तहसील एंड डिस्ट्रीक्ट- बूंदी ( राजस्थान ) 323001 भारत |
कोटा | बूंदी | स्टारएग्री वेयरहाउसिंग एंड कोलैटरल मैनेजमेंट लिमिटेड | खसरा नंबर,361/52, गांव- हत्तीपुरा, तहसील एवं डिस्ट्रीक्ट बूंदी राजस्थान, भारत |
कोटा | कोटा | भारत ज्योति डेरी प्रोडक्ट लिमिटेड | जी-142 & 147, ई-148 & 152, एग्रो फ़ूड पार्क, रानपुर, कोटा ,राजस्थान – 325003 |
कोटा | रानपुर | बापना वेयरहाउस | ऍफ़- 41,42,43 एग्रो फ़ूड पार्क राणपुर, कोटा-325003 भारत |
जयपुर | चोमू | बैराठी वेयरहाउस | गांव- हथनौदा, तहसील चोमू, डिस्ट्रिक्ट -जयपुर, राजस्थान, पिनकोड- 303807 |
जोधपुर | शेयगंज | फारमर हार्वेस्ट वेयरहाउस | प्लॉट नंबर – ऍफ़ -107, रिक्को इंडस्ट्रियल एरिया, डिस्ट्रीक्ट सिरोही राजस्थान शेओगंज 307027 भारत |
जोधपुर | सुमेरपुर | सुमित्रा एग्रो इंडस्ट्रीज | खसरा नंबर 1264, 1265, 1265/2, 1264/20, बापू नगर, पलरी, सुमेरपुर पाली, राजस्थान, पिनकोड-306902. |
जोधपुर | शेयगंज | स्टार एग्री वेयरहाउस | प्लॉट नंबर. जी 34 से 36 और एच 37 से 40, रिक्को इंडस्ट्रियल एरिया, शेओगंज. डिस्ट्रीक्ट सिरोही (राजस्थान ) राजस्थान 307027 भारत |
जोधपुर | जोधपुर | स्टारएग्री वेयरहाउस. | प्लॉट नंबर. 25-30 खसरा नंबर 74/1 गांव. देसुरिया बिष्नोईयां, इच्छा पूरन बालाजी के पास, ऑन नागौर बाईपास रोड, जोधपुर (राजस्थान) 342003 |
जोधपुर | जोधपुर | स्टारएग्री कोल्ड स्टोरेज | प्लाट नंबर .01 से 04, खसरा नंबर 74/1 of गांव देसुरिया बिष्नोईयां, इच्छा पूरन बालाजी के पास ,ऑन नागौर बाईपास रोड , जोधपुर राजस्थान 342001 भारत |
जोधपुर | जोधपुर | स्टारएग्री वेयरहाउस गोडाउन नंबर 01 | प्लाट नंबर. 5 और 6, खसरा नंबर 74/1 गांव देसुरिया बिष्नोईयां इच्छा पूरन बालाजी के पास, नागौर बाईपास रोड पर, जोधपुर राजस्थान 342001 भारत |
अलवर | अलवर | इस.वी. कास्टिंग प्राइवेट लिमिटेड | ओल्ड इंडस्ट्रियल एरिया, श्री ओम धरम कांटा के पास, ओल्ड दिल्ली रोड, अलवर, 301001 |
बीकानेर | बीकानेर | गुप्ता एग्रो सर्विसेज | गोडाउन नंबर. 23 जी ए 3बी, चक गरबि कानासर, बीकानेर, पिनकोड 334001 राजस्थान |
बीकानेर | खारा | स्टारएग्री वेयरहाउसिंग एंड कोलैटरल मैनेजमेंट लिमिटेड | खसरा नंबर 172/25, 172/26 एंड 172/27,चक 2 एन जी एम् , गांव- हुसंगसर,तहसील- एंड डिस्ट्रिक्ट- बीकानेर, राजस्थान-334001 |
श्री गंगानगर | श्री गंगानगर | महिपाल एंड संस | चक 3 एच.एच. मुरबा नंबर 35, किल्ला नंबर 6,7,8,9,10,12,13,14,15 एंड 18 एन.एच. नंबर 15/62 श्री गंगानगर 335001. |
श्री गंगानगर | श्री गंगानगर | नेशनल एग्रीकल्चरल को-ऑपरेटिव मार्केटिंग फेडरेशन ऑफ़ इंडिया लिमिटेड | एग्रो फ़ूड पार्क रीको श्री गंगानगर राजस्थान 335001 भारत |
बारन | बारन | वैभव वेयरहाउस | भँवरगढ़ रोड, ग्राम नाहरगढ़, तहसील किशनगंज, डिस्ट्रिक्ट बरन, राजस्थान |
बूंदी | बूंदी | मोरपवाला रेलकों प्राइवेट लिमिटेड, चैम्बर नंबर ए एंड बी | चैम्बर नंबर. ए एंड बी, एन एच 12 बाईपास, गांव अकतासा, डिस्ट्रिक्ट बूंदी, राजस्थान |
अलवर | बानसूर | प्रभु वेयरहाउस | लाडू लाल गुर्जर, गांव – आलनपुर, तहसील बानसूर, डिस्ट्रिक्ट अलवर, 301412 |
अलवर | रामगढ | सीता राम अग्रवाल वेयरहाउस | सीता राम अग्रवाल, खसरा नंबर. 642, गांव – बहाला, तहसील – रामगढ, डिस्ट्रिक्ट – अलवर, 301030 |